UP News : Yogi सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी दफ्तर में मिले प्राइवेट कर्मचारी तो होगी कार्यवाही

 UP News : Yogi सरकार का बड़ा फैसला, सरकारी दफ्तर में मिले प्राइवेट कर्मचारी तो होगी कार्यवाही

योगी सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, योगी सरकार ने भ्रष्टाचार पर शख्त रुख अपनाते हुए सरकारी कर्मचारियों को चेताया है की तहसील, थानों में अगर प्राइवेट कर्मचारी पाए जाते है तो कठोर कार्यवाही की जायेगी ।

तहसील और थानों में मिले प्राइवेट कर्मचारी तो होगी कार्यवाही

योगी सरकार के आदेशानुसार अगर तहसील कार्यालयों में या फिर अन्य राजस्व विभाग में कोई प्राइवेट कर्मचारी पाया जाता है तो कठोर कार्यवाही की जायेगी । साथ में सरकार ने थानों के लिए भी आदेश दिया है ।



ड्राइवर भी मिले प्राइवेट तो होगी कार्यवाही

सरकार के आदेशानुसार अगर तहसीलदार, एसडीएम की गाड़ी के ड्राइवर भी प्राइवेट मिले तो कार्यवाही की जायेगी।

भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने की लिए उठाया गया कदम

माना जा रहा है की सरकार ने भ्रष्टाचार पर रोक लगाने के लिए ऐसा कदम उठाया है । क्योंकि किसी भी विभाग के कर्मचारी खुद घुस नही लेते बल्कि अपने प्राइवेट कर्मचारी द्वारा अवैध वसूली करते है ।

रजिस्ट्रार कार्यालयों से घूसखोरी नही जा रही है

आपको बता दे की रजिस्ट्रार कार्यालयों में घूसखोरी भारी मात्रा में व्याप्त है, अगर आपको रजिस्ट्री करानी है तो स्टांप शुल्क और रजिस्ट्रेशन शुल्क के अलावा आपको रजिस्ट्रार महोदय को भेंट के रूप के कुछ राशि देनी पड़ती है । ये राशि रजिस्ट्रार साहब बस थोड़ी सी ही लेते है , जैसे की आपके जमीन का कुल मूल्य 5 लाख रुपए है तो उस हिसाब से 1 प्रतिशत से 2 प्रतिशत तक आपको रजिस्ट्रार ऑफिस में भेंट यानि चढ़ावा देना पड़ सकता है।  यानि 5 से 10 हजार रुपए तक।

ये तो बात हो गई 1 रजिस्ट्री की, रजिस्ट्रार कार्यालय में दिन में सैकड़ो रजिस्ट्री होती है । अगर एक रजिस्ट्री पर अनुमानित 5 हजार रुपए भी पकड़ कर चले तो 100 रजिस्ट्री का 5 लाख रुपए होता है । और ये सारे रुपए रजिस्ट्रार साहब खुद नही लेते, ये रुपए आप जिस वकील से रजिस्ट्री करवाते है उसके माध्यम से लिया जाता है , ताकि आंच आने पर रजिस्ट्रार साहब खुद को बचा सके और कह सके की ये तो वकील ने लिया है । 

ऐसा ही हाल है राजस्व विभाग और एसडीएम साहब का

राजस्व विभाग के कर्मचारियों के पास आप कोई काम लेकर चले जाओ, चाहे वो वारासत हो या फिर पैमाईश हो, बिना दक्षिणा दिए हुए आपका काम तो नही होने वाला। वही आप एसडीएम कार्यालय जाइए तो आपको किसी केस का ऑर्डर कराना रहे तो आपको दक्षिणा दिए बिना आपकी फाइल का आदेश जारी नही किया जाता। 
ऐसे में बिना घुस के आमजन का कोई काम नही होता है । 
आपके एरिया में क्या माहौल है कॉमेंट में जरूर बताएं । और पोस्ट को शेयर करके ज्यादा लोगो तक पहुंचाए जिससे की लोग जागरूक हो सके।

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1 Comments

  1. It is very true. If Govt serious to curb the corruption, I will provide more than ten cases per day from Tehshil, police station, court but nothing will happen. Govt well awa

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