कांग्रेस के ईवीएम पर आपत्ति को सिरे से खारिज किया
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कांग्रेस के ईवीएम वाले बयान को सिरे से खारिज कर दिया । उमर अब्दुल्ला ने अपने एक बयान में कहा कि आप ये नहीं कह सकते कि ईवीएम सही नहीं है।
सीएम अब्दुल्ला ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस को EVM पर रोना बंद कर देना चाहिए और अपनी हार स्वीकार करना चाहिए।
समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए साक्षात्कार में उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जब 6 महीने पहले EVM से आपके 100 सांसद चुन कर आते है तो आप जश्न मनाते है और जीत बता रहे थे, लेकिन जब हार का सामना करना पड़ा तो आप दोष EVM को दे रहे है। आप EVM को गलत इसलिए नहीं ठहरा सकते कि चुनाव के नतीजे आपके हिसाब से नहीं आ रहे है।
झारखंड जीती इंडिया गठबंधन तो EVM ठीक
झारखंड में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा तो वहीं इंडिया गठबंधन के सहयोगी झामुमो की सरकार बनी, हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री बने । झारखंड में इंडिया गठबंधन की सरकार बनी तो किसी ने भी झारखंड में EVM पर सवाल नहीं उठाया। न तो हेमंत सोरेन ने और न ही कांग्रेस ने। झारखंड में लोकतंत्र की जीत हुई।
महाराष्ट्र में EVM से धांधली की गई
महाराष्ट्र में कांग्रेस सहित पूरी इंडिया गठबंधन को बुरी हार का सामना करना पड़ा तो कांग्रेस अपनी हार पचा नहीं पा रही थी। ऐसे में आदतन कांग्रेस का रोना शुरू होना ही था। कांग्रेस ने महाराष्ट्र में ताबड़तोड़ कई प्रेस कॉन्फ्रेंस की और सारा दोष EVM पर मढ़ दिया। कांग्रेस के अनुसार महाराष्ट्र में EVM से खेल हुआ जिसके चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन वही कांग्रेस झारखंड में हुई अपनी गठबंधन साथी की जीत को लोकतंत्र की जीत बता रही और महाराष्ट्र में कह रही की लोकतंत्र का गला घोंटा जा रहा है।
2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से ही EVM पर उठा रहे है सवाल
2017 में यूपी में विधानसभा चुनाव में बीजेपी में शानदार बहुमत से जीत हासिल की जिसके बाद से विपक्षी दलों ने ईवीएम पर सवाल उठाना शुरू किया और ये अब तक जारी है। 2017 से अब तक लगभग सभी राज्यों के विधानसभा के चुनाव हुए है , कही बीजेपी तो कही कांग्रेस ने सरकार बनाई है तो कही कांग्रेस के सहयोगी दलों ने सरकार बनाने में सफलता हासिल की है। क्या कर्नाटक में EVM सही था?
क्या तेलंगाना में EVM सही था ?
2018 में राजस्थान , मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव हुआ जिसमें मध्यप्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनी। जब कांग्रेस की सरकार बनी तब EVM सही था लेकिन वही जब बीजेपी की सरकार बनी तो EVM द्वारा धांधली की जा रही है।
2004 में EVM द्वारा लोकसभा के चुनाव कराए गए
2004 में EVM द्वारा पूरे देश में लोकसभा के चुनाव कराए गए और कांग्रेस की सरकार बनी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बनाए गए। 2004 के बाद 2009 में भी कांग्रेस की दोबारा सरकार बनी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही रहे। ऐसे में तो सवाल ये भी उठना चाहिए कि क्या कांग्रेस ने भी EVM में धांधली करके सरकार बनाई वो भी एक बार नहीं दो दो बार। 2014 से पहले अधिकतर राज्यों में कांग्रेस का शासन हुआ करता था, तो क्या कांग्रेस EVM में धांधली करके सरकार बनाती थी ?
जिनको EVM पर संदेह वे न लड़े चुनाव
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने साक्षात्कार में कहा कि जिनको EVM पर भरोसा नहीं है वे चुनाव न लड़े। उनके इस बयान से कयास लगाए जा रहे है कि इंडिया गठबंधन में दरार आनी शुरू हो गई है। उमर अब्दुल्ला ने ये भी कहा कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में कुछ काम नहीं किया और सारा बोझ उनके ऊपर आ गया। 90 विधानसभा की सीटो पर कांग्रेस केवल 6 सीटें ही जीत पाई जबकि उमर अब्दुल्ला की पार्टी अपने दम पर 42 सीट पर जीत दर्ज की और इंडिया गठबंधन समर्थित सरकार बनी।
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