किसान आंदोलन : राकेश टिकैत ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी (Farmer's Protest)
किसान महापंचायत की अगुवाई कर रहे भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने किसानों को कहा कि संगठित रहो, बटोगे तो केंद्र सरकार और राज्य सरकार हमे लुट लेगी।
एटा के मारहरा रोड में किसान महापंचायत का आयोजन था, जिसमें भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष राकेश टिकैत भी शामिल हुए थे।
किसानों के एकजुट रहने का मंत्र दिया
राकेश टिकैत ने किसानों को कहा कि एकजुट रहे, उन्होंने योगी आदित्यनाथ का हो फॉर्मूला अपना कर राज्य व केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बंटोगे तो लूटोगे। केंद्र व राज्य सरकार ने किसानों (Farmers) की आय दोगुनी करने की बात की थी, लेकिन आय तो दोगुनी नहीं हुई परन्तु कर्ज जरूर दोगुना हो गया।
बड़े आंदोलन की दी चेतावनी
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि संगठित रहो, बहुत जल्द ही दिल्ली में एक बड़ा आंदोलन होने जा रहा है उसके लिए तैयार रहे। सरकार ने 2013 से जमीनों के सर्किल रेट नहीं बढ़ाए है जबकि किसानों के जमीनों का अधिग्रहण सरकार द्वारा लगातार किया जा रहा है।
किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल पाता है। खेत में फसल हम उगाते है, लेकिन हम तक उसका उचित दाम नहीं मिल पाता है, बिचौलिए बीच में अपना हिस्सा ले लेते है। किसानों को सही समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है। खाद की कीमतें आसमान छू रही है। हमें उचित दामों पर खाद उपलब्ध कराई जाए। किसानों को यूरिया , डीएपी नहीं मिल पा रही है। सरकार द्वारा किसानों को परेशान किया जा रहा है। सरकार चाहती है कि किसान परेशान होकर अपनी जमीन बेच दे। किसान आयोग के रिपोर्ट पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे है।
साथ ही राकेश टिकैत ने स्थानीय मुद्दों पर भी अपनी बात कही , राकेश टिकैत ने कहा कि जिले में पाइपलाइन बिछाने का काम चल रहा है, जिसके लिए भूमि अधिग्रहण हो रहा है। किसानों को उसका मूल्य मिलना चाहिए। गेल ने भी अपनी पाइपलाइन बिछाने के समय किसानों का भूमि अधिग्रहण किया था और किसानों को उसका मूल्य दिया था। सरकार को भी किसानों को उचित मुआवजा देना चाहिए।
भाजपा के बड़े बड़े नेता जो किसानों की बात करते थे उनको दरकिनार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी जो कि किसानों की बात करते थे, किसानों के पक्षधर थे उन्हें दरकिनार कर दिया गया।
संसद के धक्का मुक्की कांड पर बोले राकेश टिकैत
संसद में हुए धक्का मुक्की कांड पर जब राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि तहरीर के आधार पर देश के एक बड़े नेता पर मुकदमा दर्ज किया गया है। इससे संसद की गरिमा गिराने का काम हुआ है।
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